सिवाना उपखंड क्षेत्र में हरे वृक्षों की अंधाधुँध कटाई


रात के अंधेरो में होता है टैक्टर परिवहन

जिम्मेदार पुलिस व वनविभाग है मौन

राजस्थान बिश्नोई समाचार बाङमेर श्रवण बैनिवाल मायलावास सिवाना पर्यावरण संरक्षण के नाम सरकार भले ही बढ़-चढ़कर वादे कर रही हो, लेकिन हकीकत तो पुलिस व वनविभाग के उदासीनता के चलते वादे खोखले साबित हो रहे है। इन दिनों लकड़ी तस्कर सिवाना उपखंड क्षेत्र में भाखरड़ा बेल्ड के धिरा, माँगी, जीणपुर, सैला, कुण्ढल व खारा बेल्ड के भूति, सावरड़ा, करमावास, राखी, खण्डप सहित आसपास के गाँवों में हरे वृक्षों की अंधाधुँध कटाई की जा रही है। अरावली के पर्वतमालाओं में हरे-भरे वृक्षों से छाई हरियाली को ग्रहण सा लग गया हैं। हालाँकि क्षेत्र में वृक्षों की रक्षा के लिए बाकायदा पुलिस थाना- चौकी व वनविभाग की टीमें सभी कुछ है,लेकिन पेड़ोंके तस्कर नियमों की धज्जीयाँ उड़ाते हुए पुलिस व वनविभाग के टीमों के नाक के निचे हरे वृक्षों को काटकर वारे-न्यारे कर रहे हैं। गौर करे तो क्षेत्र में पेड़ों की अवेद कटाई का यह सिलसिला पिछले लम्बे समय से चला आ रहा है, लेकिन इन तस्करों ने इस कारोबार को इतना बढ़ा दिया है कि सम्बधित विभाग को इसकी भनक तक नहीं लगने देते हैं। लकड़ी तस्कर ज्यादातर विलायती बबुल ओर खेजड़ी के वृक्ष काटकर इस धंधे से जुड़े व्यापारियों को बेच देते हैं। बदले में इन्हें प्रति क्विंटल तीन से साढ़े तीन सौ रूपये मिलते हैं। बाद में वह दलाल उन्हें आरा मशीनों व ईंट के भटें चलाने वालों को डेढ़े भावों में बेच देते हैं।

अमृतादेवी ने अपने प्राण देकर पेड़ों की रक्षा की-----
जोधपुर जिले के खेजड़ी गाँव में 1730 में खेजड़ी के हरे वृक्षों की रक्षा करते हुए बिश्नोई समाज के 363 ने अपने प्राण न्यौछावर कर दिये थे। अमृतादेवी ने अपने प्राणों का बलिदान देकर पेड़ों की रक्षा की थी। अमृतादेवी के स्मृति में भारत सरकार, पंजाब सरकार 
, राजस्थान व मध्यप्रदेश सरकार द्वारा अमृतादेवी बिश्नोई पर्यावरण संरक्षण पुरस्कार भी प्रदान किया जा रहा है।

क्या कर रही है सरकार -----
पर्यावरण संरक्षण के नाम सरकार ने बजट क्षेत्र में 138 करोड़ रूपये का बजट पारित किया था। लेकिन यह पैसे पानी की तरह बहा दिये पर पर्यावरण के लिए कुछ काम नजर नहीं आया। ओर हाल ही में सरकार व 'अपना' संस्था की ओर इस साल डेढ़ लाख पौधे लगाने का वादे कर रही हैं लेकिन हकीकत में कितने शक्त नजर आते है। यह आने वाला समय बतायेगा।

सरकार उचित कदम उठाये -----
अगर पर्यावरण संतुलन कायम रखना है तो हर व्यक्ति का दायित्व बनता है कि इसके महत्व को समझे। सिवाना उपखंड क्षेत्र में हो रही वृक्षों की अवेद अंधाधुँध कटाई एक चिंता का विषय बना हुआ है। सरकार को इस ध्यान देकर उचित कदम उठाने चाहिए। 
भीखाराम फूलण
ब्लाँक अध्यक्ष बिश्नोई टाईगर फोर्स सिवाना

तस्करों पर कारवाई की जायेगी ----
रात में अगर गीली लकड़ी अवैध रूप से परिवहन होती है तो रात्रि गश्त कर इन तस्करों पर कारवाई की जायेगी।
विनोदसिंह कच्छवाह
वनविभाग रेंजर सिवाना

फोटू - सिवाना उपखंड क्षेत्र में कटे हरे-भरे वृक्ष

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