समय पर नहीं मिला उपचार , तपड़ तड़प कर घायल हिरण की मौत


 वन विभाग की लापरवाही , वन्यजीव प्रेमियों में रोष 

राजस्थान बाङमेर बिश्नोई समाचार शंकर गोदारा धोरीमन्ना के निकटवर्ती मीठड़ा खुर्द के खिलेरियों की ढाणी के पास शनिवार की सुबह छः बजे पानी की तलाश में भटक कर पहुंचे एक हिरण पर कुत्तों ने हमला कर घायल कर दिया। ग्रामीणों घायल हिरण को कुत्तों के चगुल के छुड़ाया तथा वन्यजीव प्रेमी भंवरलाल भादू ने घटना की जानकारी क्षेत्रीय फॉरेस्ट रेंजर को दी। वन विभाग को तपड़ रहे घायल हिरण की सुचना करने के बाद भी दस बजे तक मौके पर  विभाग की ओर से कोई नहीं आया ।आखिर वन्य जीव प्रेमियों ने घटना की सुचना अखिल भारतीय बिश्नोई जीव रक्षा कमेटी के प्रदेशाध्यक्ष को दी। उन्होंने बाड़मेर के डीएफओ को दूरभाष पर घटना को लेकर विभाग के कार्य के प्रति नाराजगी जताई। उसके बाद घटनास्थल पर वन विभाग की टीम पहुंची। तब तक चार घन्टे से तड़प रहे घायल हिरण ने इलाज के दौरान ही दम तोड़ दिया । पर्यावरण एवं वन्य जीव प्रेमियों ने बताया कि क्षेत्र में आवारा कुत्तों का आंतक हैं , हर रोज किसी न किसी हिरण को अपना शिकार बना रहे हैं। राज्य पशु चिंकारा और अन्य वन्य जीवों के उपचार को लेकर रेस्क्यू सेंटर के अधिकारी कर्मचारी  गंभीर नहीं हैं। विभिन्न इलाकों में वन्य जीवों की सुरक्षा के प्रति महकमे के उपेक्षात्मक रवैये से वन्यजीवप्रेमी आहत महसूस कर रहे हैं। आक्रोशित वन्यजीव प्रेमियों का कहना था कि वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी अपने कर्तव्य से विमुख होते जा रहे हैं। यही हाल रहा तो कई प्रमुख वन्य जीव धीरे-धीरे विलुप्त हो जाएंगे।

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