सोनङी मे दिक्षा समारोह समापन

  बाङमेर धोरीमन्न- श्री जगद् गुरु जम्भेशवर  संत आश्रम सोनङी मे आचार्य संत डां  गोवर्धनराम शिक्षा शास्त्री ने संत प्रज्ञानंद को दिक्षा दी।इस अवसर वेद मंत्र एवं वेदमयि भगवान जाम्भोजी की वाणी से यज्ञ,यज्ञ के साक्षीभूत अमृतमय पाहल और संत दीक्षा का आयोजन हुआ।समाराहो को सम्बोदित करते हुऐ  आचार्य  डां गोवर्धनराम शिक्षा शास्त्री  ने कहा संत के जीवन मे मुख्य रुप से दो कार्य होते है एक तो दुर एकात मे जाकर विष्णु भगवान के नाम का जप करना या भगवान जाम्भोजी के बताये हुए नियमो व शब्द वाणी का प्रचार प्रसार करना।जीवन मे जिज्ञासु बनकर जीवनभर ज्ञान ग्रहण करते रहना काम, क्रोध , मोह,माया से दूर रहकर जीवन को सफल बनाना।उन्होने कहा  संत जीवन बहुत कठिन है जिसको भक्ती से  तपाना होगा जब लोहा तपाते है तो उसको जो आकृति दे सकते है उसी प्रकार संत जीवन को तपाकर कल्याण कर सकते है। इस अवसर स्वामी रामानंद, स्वामी भगवानदास सहिंत कही ग्रामिण उपस्तिथ थे।

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