भगवान जम्भेश्वर की जय जयकार से गूंज उठा सोनड़ी मन्दिर
घी एवम् नारीयल की दी आहुतिया
@ धोरीमन्ना टैगलाइन न्यूज़
बाङमेर धौरीमन्ना निकटवर्ती सोनड़ी में 379 वां विशाल जम्भेश्वर मेला यज्ञ एवं पाहल के साथ सम्पन्न हुआ जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने जाम्भोजी की जय जयकार से पूरा वातावरण भक्तिमय बन गया हर वर्ष की भांति इस वर्ष चैत्र की अमावस्या को मेला भरा मेले की पूर्व संध्या को एक शाम भगवान जाम्भोजी के नाम विशाल जागरण में महन्त स्वामी हरीदास, स्वामी रामानन्द के पवन सानिध्य में बिश्नोई समाज के जाम्भाणी संगीताचार्य स्वामी कृपाचार्य एवं अन्य जाम्भाणी कलाकारों ने आरती, साखी, भजन, कथाओं से पूरा वातावरण भक्तिमय बना दिया भक्ति संध्या में हजारों श्रोताओं ने अपने आपको धन्य किया रात्रिकाल में आकर्षक रोशनी से मन्दिर जाम्भोजी के जयकारो से गूंज उठा गुरुवार प्रातः आठ बजे महन्त स्वामी हरिदासजी महाराज, स्वामी रामानन्दजी ने शब्दवाणी के 120 शब्दों से विशाल यज्ञ एवं पाहल हुआ जिसमें हजारों पर्यावरण प्रेमी श्रद्धालुओं ने घी व नारियल की स्वाह के साथ आहुती देकर खुशहाली की कामनाऐ की भगवान की जय जयकार करते हुऐ मन्दिर में 177 वर्ष से प्रज्ज्वलित अखण्ड ज्योति के दर्शन कर जीया को जुगति मूवा को मुक्ति एवं देश में खुशहाली की कामना की देखते ही देखते यज्ञ की लपटे 15-15 मीटर उपर उठने लगी। पर्यावरण प्रेमी श्रद्धालुओं ने पक्षियों के चुग्गे के लिए 50 बोरी बाजरी व गेहूं का ढेर लगा दिया दोपहर बजे बिश्नोई समाज सेवा समिति सोनड़ी एवं श्री गुरू जम्भेश्वर सेवक दल का खुला अधिवेशन हुआ जिसमें मुख्य अतिथि केन्द्रीय उन विकास बोर्ड के अध्यक्ष जसवंतसिह विश्नोई ने कहा समाज को नशा छोड़कर गुरू महाराज जाम्भोजी के बताये हुऐ मार्ग पर चलते हुए उन्नतीस नियमों का निष्ठापूर्वक पालना करना चाहिए विश्नोई के घर में हर दिन जाम्भोजी की शब्दवाणी का पाठ करते हुए नित्यप्रति हवन होना चाहिए विश्नोई समाज आज के युग में सर्वश्रेष्ठ समाज है जीव दया और पर्यावरण रक्षा के क्षेत्र में विश्नोई समाज पूरे विश्व में एक आदर्श समाज के रूप में उभरा है कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे साचौर विधायक सुखराम विश्नोई ने कहा कि माता पिता अपने बचों को संस्कारवान बनायें उन्हें बड़ों का आदर करना, माता-पिता का चरणस्पर्श करने की सीख देनी चाहिए। समाज के युवाओं से कहा कि आप में उर्जा है, दिमाग है, और अच्छे-अच्छे आईडिया भी है सरकार द्वारा चलाये जा रहे स्किल ईण्डिया में भागीदार बनकर देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी चाहिए। किसानो से निवेदन किया कि वो खेती में यूरिया आदि रसायनिक खादों का प्रयोग कम करके जैविक खाद व गाय के गोबर की खाद का प्रयोग करे। खेतों में खरपतवार को नहीं रखना चाहिए जिससे खेत खराब होते है और फसल कम होने लगती है। वि़द्यार्थियों को जम्भेश्वर भगवान के शब्दों को याद करने और उनका अर्थ समझकर जीवन को उनके अनुरूप ढालना चाहिए।
सबसे महत्वपूर्ण बात सुखराम विश्नोई ने अपने समाज के संतो को कही कि आप जहां भी कथा करो वहाँ पर भागवत रहस्य छोड़ कर शब्दवाणी एवम् उन्तीस नियमो का सरलार्थ व् उनका गूढ़ रहस्य से समाज को अवगत करावे।
इस दौरान मोहनराम विश्नोई एक्सईएन पी.डब्लू.डी., ब्लाॅक चिकित्सा अधिकारी डॉ विष्णुराम विश्नोई, श्री जम्भेश्वर मेला प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष हरिराम खिलेरी, भारतीय किसान संघ के जिलाध्यक्ष हरिराम मांजू, भाजपा मण्डल अध्यक्ष पूरखाराम मांजू, पूर्व सरपंच सोनाराम खिलेरी, पूर्व सरपंच पेमाराम मांजू पत्रकार श्रीराम ढाका एवं समाज के गणमान्य नागरिक मौजूद थे मेले की व्यवस्था में श्री गुरू जम्भेश्वर सेवक दल के अध्यक्ष मोहनलाल खिलेरी, ओमप्रकाश बोला, चौथाराम खिलेरी, अशोक मांजू, सुरताराम बोला, हीराराम मांजू, मोहनलाल टी मांजू, रुगनाथ बोला, सदराम गोदारा, मोहनलाल खिचड़, वीरमाराम खिचड़, जयकिशन गोदारा, कैलाश खिलेरी, बाबूलाल तेतरवाल, मोहनलाल गाोदारा, अशोक कुमार बोला, धुड़ाराम गोदारा, मनोज गोदारा, रतन ढाका, गोविन्द खिचड़, ने अपनी सराहनीय सेवा दी। मंच संचालन सोनड़ी सरपंच गंगाराम सियाक ने किया। बिश्नोई समाज सेवा समिति सोनड़ी के आय व्यय का ब्यौरा कोषाध्यक्ष श्री सुखराम खिलेरी ने रखा।
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