माणकी धाम में श्रीराम कथा में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब
#धोरीमन्ना टैगलाइन न्यूज़।
बाङमेर बिश्नोई समाचार धोरीमन्ना निकटवर्ती संकट मोचक हनुमान मंदिर माणकी धाम में आयोजित श्रीराम कथा में रामायण कथा के मर्मज्ञय पंडित विश्वभरण मिश्र शास्त्री ने रविवार को कथा के तीसरे दिन बताया की आदमी जन्म से नहीं संस्कारों से महान बनता है यें संस्कार परिवार व संगी- साथियों से मिलते तथा अच्छे संस्कारों के लिए हम संतो एवं महापुरूषों की शरण में जाते है तथा कथाओं का आयोजन करते है इन्होंने महादेव द्वारा सती को अमर कथा सुनाने, सती द्वारा भगवान राम की परीक्षा लेने एवं दक्ष प्रजापति के यज्ञ में महादेव के अपमान, सती का आत्मदाह एवं पार्वती के रूप में हिमवान के यहां पूनर्जन्म की कथा के सुन्दर प्रसंग, कथन एवं गैय भाषा में सुनाये गये इस अवसर पर विद्वान संत आचार्य डॉ. गोवर्धनराम शिक्षा शास्त्री ने कहा कि जब मानव का तन मिला है तो मानवता को शोभा दे ऐसे कर्म करने चाहिए क्योंकि आगे आपकी गति कर्मों के अनुसार ही होगी आचार्य ने नशो से हमेशा दूर रहने की सलाह देते हुए कहा कि आज आदमी जितने सारे नशे करता है उन नशीली वस्तुओं को अगर पशुओं को डालेंगे तो पशु भी उनको उनको नही खायेगा आज आदमी खाने के लिए जीता है जीने के लिए नही खाता हैं विष्णुधाम सोनड़ी के महन्त हरीदास ने कहा कि महापुरूषों का जीवन हमेशा देश एवं समाज की भलाई के लिए होता है इसलिए महापुरूषों के बतायें मार्ग पर चलकर जीवन में जुगती एवं मरने पर मुक्ति मिले ऐसे प्रयास करने चाहिए कथा के दौरान पुनमचन्द गोदारा, महेश कड़वासरा, भीखाराम सियाग चैनपुरा, रामजीवन कड़वासरा, भाखराराम खिलेरी, सिमरथाराम सेवदा, मोहनलाल गोदारा भैरूड़ी सहित सैकड़ो महिलाओं, बच्चो व एवं पुरूषों ने कथा श्रवण का लाभ लिया।
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