बिश्नोई समाज ने मनाया पाहल व स्नेह मिलन कार्यक्रम

बिश्नोई समाज पर्यावरण व आस्था के चलते नहीं करता होली का दहन 
बाङमेर श्वण बिश्नोई फूलण बिश्नोई समाचार पेड़ व वन्यजीवों को बचाने के अपने प्राण न्यौछावर करने वाले बिश्नोई समाज पर्यावरण संरक्षण व आस्था के चलते होली दहन करना तो दूर, उसकी लौ भी नहीं देखते हैं। होली दहन कि लौ नही देखने के पिछे भी उनकी मान्यता हैं कि यह आयोजन भक्त प्रहलाद को मारने के लिए था ओर बिश्नोई समाज स्वयं को प्रहलाद पंथी मानते है। सदियों से चली आ रही यह परंपरा न सिर्फ पानी कि बर्बादी रोकता है, बल्कि पर्यावरण को बचाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
बिश्नोई समाज प्रहलाद पंथी है इसलिए होली दहन को सूतक समय मानते है। होली दहन कि घड़ी निकलने के बाद धुंलडी के दिन सूतक निवृत्ति के लिए सुबह यज्ञ होता है। इस दौरान बनने वाले पाहल को हर छोटे-बड़े एक संकल्प के रूप में लेते है। बिश्नोई टाईगर्स वनजीव एवं पर्यावरण संस्था के ब्लाँक अध्यक्ष भिखाराम बताते है कि जाम्भोजी ने अपने 29 नियमों में सबसे ज्यादा जोर पर्यावरण संरक्षण पर दिया था। होली पर रंग साफ करने लिए हजारों लिटर पानी कि बर्बादी होती है। साथ ही होली दहन के वक्त उसकी लौ में असंख्य जीव मरते है।

सूतक के यज्ञ से सुधीकरण-------
होली के अगले दिन सूतक से निवृत्ति व शुद्धि के यज्ञ किया जाता हैं। मंदिर पर संतों के सान्निध्य में 120 शब्दों के उच्चारण व प्रहलाद चरित्र के वाचन से पाहल बनाते है। होली के दिन दोपहर बाद सूतक लगने कारण लोग सूर्यास्त से पूर्व ही (बाजरे के खिच) बनाकर भोजन कर लेते है।दूसरे दिन पाहल लेने के बाद भोजन ग्रहण करते है।

बिश्नोई समाज ने मनाया स्नेह मिलन दिवस-------
बिश्नोई समाज ने गुरुवार का होली व स्नेह मिलन का कार्यक्रम श्री जम्भेश्वर मंदिर फूलण में आयोजन हुआ।  इस अवसर पर जाम्भोजी के बताये 120 शब्दों का पाठ व हवन करके पाहल बनाया गया। दूर-दर्राज से आये समाज के पुरुष,महिलाओं ओर बच्चों ने हर्षोल्लास के साथ पाहल ग्रहण करके प्रसादी ली। उसके बाद शाम को कब्बड्डी ओर कुस्ती के खेल खेले गये। इस अवसर पर फूलण सरपंच लादूराम बिश्नोई, पूर्व उपसरपंच रामचंद्र बैनिवाल, सोसायटी अध्यक्ष किसनाराम मांझु, पंचायत समिति सदस्य सुखराम वरड़, BTF ब्लाँक अध्यक्ष भिखाराम फूलण, भाजयुमा नगर अध्यक्ष हनुमान कांवा, प्रवक्ता आसुसिह कड़वासरा, बाबुलाल साऊ, अशोक गोदारा, घेवरराम जागू सहित समाज के गणमान्य लोग उपस्थित थें।

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