गणपत जांगु धोरीमन्ना उपखण्ड क्षेत्र के चैनपुरा ग्राम में करीबन 15 गोवंश जहर खुरानी के शिकार हो गए जिसमे से करीबन आधा दर्जन की मौत हो चुकी हैं जबकि शेष घायलावस्था में तड़फ रहे हैं प्राप्त जानकारी के अनुसार चैनपुरा ग्राम में गत 25 फरवरी को गांव में आवारा घूम रहे बैल अचानक तड़प तड़फ कर बीमार पड़ने लगे ग्रामीणों द्वारा सुचना देने पर डॉ पुनमाराम बैनीवाल ने मौके पर पहुँच कर इलाज शुरू किया जिसमे से इलाज के दौरान करीबन आधा दर्जन बैलो की मौत हो गई जबकि करीबन एक दर्जन पशुओं को बचा लिया गया लेकिन उसमे जहर का असर इतना था की वो पेरो से लाचार हो गए खड़े भी नहीं हो सकते हैं
कीटनाशक दवाओ के खाली डिब्बों से फैला जहर
ग्रामीणों का कहना हैं की कीटनाशक दवाओ का छिड़काव कर खाली डिब्बों को खेत के बाहर फेक दिया जिस खाली डिब्बों को पास में पशुओ के पानी की खेली में धोने से पानी में जहर मिल गया तथा छिड़काव किया चारा भी बाहर डाल दिया गया जिसे आवारा घूम रहे बेलो द्वारा वो चारा खाने व् पानी पिने से उनके शरीर में जहर चला गया जिसे पशु मरने लगे इस सम्बन्ध में ग्रामीणों ने पुलिस थाने में बेलो के मौत के कारणों का पता लगाने व् जहर की मात्रा की पुष्टि कराने की मांग की
प्रशासन पहुंचा मोके पर
बेलों के मोत व बिमारी की सुचना मिलने के बाद नायब तहसीलदार देशलाराम थानाधिकारी विकास सारण एएसआई रावताराम पोटलिया धोरीमन्ना पशु चिकीत्सा अधिकारी डॉ पुनमाराम बैनीवाल गुड़ामालानी पशु चिकीत्सा अधिकारी विजयचंदन विशनोई डॉ राजेश विशनोई सहित कई डॉक्टर व ग्रामिण उपस्थित थे
मेडीकल बोर्ड बिठाकर किया पोस्टमार्टम
बेलों के लगातार मरने व बिमार पड़ने के कारण का पता करने के लिए ग्रामीणों ने प्रशासन से मेडिकल बोर्ड बिठाकर पोस्टमार्टम करने की मांग रखी चिकित्सा अधिकारियों द्वारा प्रशासन की उपस्थिति में पोस्टमार्टम किया गया चिकित्सा अधिकारी नाम बताया कि अभी तक
घायल बेलों को पहुंचाया गौशाला
मोके पर चारे पानी की व्यवस्था पुर्ण इलाज व देखरेख के अभाव को देखते हुए बिमार व लाचार बेलों को वाहनो द्वारा आलम गौशाला पहुंचाया गया जहां इलाज जारी है।
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