सुरेश ढाका गूगल पर आवारा पशु के नाम से सर्च करने पर आती है गाय जिसे देश में मां का दर्जा मिला वही आवारा पशु भी गाय को 'आवारा पशु' शब्द किसकी देन सोशल मीडिया इन दिनों बेहतरीन चलन पर है हाल ही में बीफ पार्टी को लेकर हुआ हंगामासड़कों पर घूमते पशु चाहे कोई भी हो क्या सही है देशभर में बीफ पार्टी को लेकर हो रहे हंगामे पर सबकी नजर है, पर क्या दुनिया के सबसे बड़े इंटरनेट सर्च इंजन पर आपकी गौ माता को आवारा पशु कहे तो कैसा लगेगा। जी हां, गूगल जैसे वर्ल्डस बेस्ट सर्च इंजन गूगल पर अगर आप आवारा पशु सर्च करेंगे तो आपको रिजल्ट मिलेगा गलियों और सड़कों पर घूमती गाय।
सोचने का विषय यह है कि जिसे सदियों से राष्ट्र मां का दर्जा देता आया है उस गौ माता को 'आवारा पशु' शब्द किसने दिया। दरअसल, समाचार पत्रों में, सरकारी आधिकारिक आदेशों में आवारा पशुओं के मामले आए दिन सुर्खियों में रहता है, इनमें अधिकतम मामले गाय के संबंधित होते हैं। ये भी इससे जुड़ा एक पहलू है। पर इन सब पर किसी का ध्यान नहीं जाता। इन दिनों सोशल मीडिया अपने बेहतरीन दौर से गुजर रही है। अब जब यही शब्द ट्वीटर, फेसबुक, ब्लॉगर और अन्य सोशल साइट्स के जरिए गूगल तक पहुंच रही है। जिसके परिणामस्वरूप हम जब भी गूगल पर 'आवारा पशु' के नाम से कुछ खोजेंगे तो सड़कों और गलियों में घूमती गाय ही मिलेगी।
इन सबके पीछे की वजह
सोचने का विषय यह है कि जिसे सदियों से राष्ट्र मां का दर्जा देता आया है उस गौ माता को 'आवारा पशु' शब्द किसने दिया। दरअसल, समाचार पत्रों में, सरकारी आधिकारिक आदेशों में आवारा पशुओं के मामले आए दिन सुर्खियों में रहता है, इनमें अधिकतम मामले गाय के संबंधित होते हैं। ये भी इससे जुड़ा एक पहलू है। पर इन सब पर किसी का ध्यान नहीं जाता। इन दिनों सोशल मीडिया अपने बेहतरीन दौर से गुजर रही है। अब जब यही शब्द ट्वीटर, फेसबुक, ब्लॉगर और अन्य सोशल साइट्स के जरिए गूगल तक पहुंच रही है। जिसके परिणामस्वरूप हम जब भी गूगल पर 'आवारा पशु' के नाम से कुछ खोजेंगे तो सड़कों और गलियों में घूमती गाय ही मिलेगी।
इसी तरह मोदी भी टॉप टेन क्रिमीनल बने
कुछ माह पहले राष्ट्रीय मीडिया में कुछ इस तरह से ही गूगल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अंतर्राष्ट्रीय अपराधियों में पहले दस श्रेणी में दर्शाया गया था। हंगामे के बढनें के बाद गूगल ने अपनी इस गलती के लिए माफी मांगते हुए ऐसा होने के पीछे का कारण स्पष्ट किया था।
कुछ माह पहले राष्ट्रीय मीडिया में कुछ इस तरह से ही गूगल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अंतर्राष्ट्रीय अपराधियों में पहले दस श्रेणी में दर्शाया गया था। हंगामे के बढनें के बाद गूगल ने अपनी इस गलती के लिए माफी मांगते हुए ऐसा होने के पीछे का कारण स्पष्ट किया था।
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