29 नियमों का पालन जरूरी

बिश्नोई धर्म स्थापना दिवस पर निकली शोभायात्रा में शामिल लोगों ने दिए 29 नियमों के संदेश। 
वर्तमानमें विश्व में व्याप्त सभी समस्याओं का समाधान जांभोजी द्वारा प्रतिपादित 29 नियमों को पालन करने से ही संभव है। यह विचार में मंगलवार को बिश्नोई धर्म के 531वें स्थापना दिवस पर धर्म स्थापना स्थल समराथल धोरे पर आयोजित समारोह में मुकाम पीठाधीश्वर आचार्य रामानंद जी महाराज ने व्यक्त किया। 

उन्होंने कहा कि विश्व में पर्यावरण प्रदूषण, प्रतिशोध, हिंसा, ईष्र्या, प्राकृतिक असंतुलन, धार्मिक असहिष्णुता, संप्रदायवाद आदि समस्याओं बुराइयों से प्रत्येक व्यक्ति पीड़ित है। 

इन समस्याओं का समाधान 29 नियमों का पालन करने पर ही हो सकता है। मानव मात्र के कल्याण के लिए इन नियमों का व्यापक प्रचार प्रसार किया जाना चाहिए। स्थापना दिवस पर शबदवाणी का वाचन कर हवन किया गया। इस अवसर पर कलश स्थापना कर अमृत पाहल बनाया गया। समाज के अनुयायियों द्वारा पाहल ग्रहण कर अज्ञानवश हुए पाप का प्रायश्चित किया। इस अवसर पर 29 नियमों का दृढ़ता से पालन करने का संकल्प किया। 

प्रात: मुक्तिधाम मुकाम से शोभायात्रा प्रारंभ हुई। मुकाम पीठाधीश्वर के सान्निध्य में निकली शोभायात्रा में सैकड़ों महिला-पुरुष 29 नियम लिखे हुए बैनर तथा केसरिया ध्वज लिए हुए शामिल हुए। वे जांभोजी महाराज द्वारा दिए गए उपदेशों को अपनाने का आह्वान कर रहे थे। इस दौरान सभी ने धर्म के मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। शोभायात्रा हरिकीर्तन करते हुए समराथल धोरे पहुंची। इससे पूर्व सोमवार को रात्रि में जागरण हुआ। 



Post a Comment

और नया पुराने