
आज से शुरू हुई श्री जम्भेश्वर मंदिर फूलण में भागीरथी कथा के पहले दिन आचार्य सुदेवानंद महाराज उद्बोधन मे कहा कि माँ के सुसंस्कार से ही बच्चा महान बनता है। उन्होंने ध्रव ओर प्रहलाद का उदाहरण देते हुए कहा कि उनकी माँ गुरु ही हैं।
जिसने संसार में गुरु धारण नही किया हैं। गुरु बिना जीवन में घोर अधंरा हैं। गुरु बिना ज्ञान नही मिलता ओर गुरु धारण करने से सत्संग का लाभ मिलता है। ओर सत्संग ही इस भवसागर से पार लेगा देता है। धर्म पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कलयुग में सिर्फ 29 धर्म रखने वाला ही बिश्नोई ही है।
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