वन्य जीवों के लिये अपने प्राण न्यौछावर करने राज. पुलिस के वीर जवान ‪#‎ऊमाराम_जाट‬ को नम आंखों से समस्त बिश्नोई समाज जीवप्रेमियो,पुलिस प्रशाशन व जाट समाज ने दी आखरी विदाई।

@नेम बिश्नोई
हिरन रक्षार्थ अपने प्राणों की आहुति देने वाले जाट बन्धु शहीद स्व. उमाराम चौधरी को भावभीनी श्रद्धांजलि... धन्य हैं वो माँ जिनकी कोख से ऐसे बहादुर बेटे का जन्म हुआ।
कोई भी कर्तव्य कैसे निभाया जाए यह सीख दे गयी स्व. उमाराम चौधरी की शहादत। दो कर्तव्यों का एक साथ निर्वहन कर गया धरती पुत्र पहला राजकीय सेवा की प्रतिबद्धता और दूसरा मूक प्राणी के प्रति दिल में अथाह प्रेम। भला प्रकृति सरक्षण और राष्ट्र रक्षा का इससे बड़ा उदाहरण और क्या होगा? राजकीय सेवक रूप में समय की प्रतिबद्धता का पालन तथा प्रकृति प्रेमी के रूप में मूक प्राणी के लिए सर्वस्व अर्पण। शहीद बन्धु स्व. उमाराम चौधरी की दरयादिली और निर्भिकता को सलाम, नमन... प्रकृति का महान पुजारी मरा नहीं जिन्दा है... मेरे दिल में, आपके दिल में और हम जैसे करोड़ों प्रकृति प्रेमियों के दिल में और तबतक जिन्दा रहेगा जबतक इस पृथ्वी का अस्तित्व रहेगा। युग युगांतर तक जब-जब प्रकृति और वन्य जीव संरक्षण की बात आयेगी तब-तब शहीद स्व. उमाराम चौधरी की शहादत एक प्रेरक कथा बनकर हमारा और आने वाली सहस्त्रों पीढ़ियों का मार्गदर्शन करेगी। जाट बन्धु के इस अतुलनीय व अनुकरणीय बलिदान को नमन...
जय जम्भदेव
नेम बिश्नोई

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