श्री गुरू जम्भेश्वर भगवान के 565वें अवतार दिवस की पूर्व संध्या पर श्री बिश्नोई मन्दिर हिसार के पवित्र प्रांगण में प्रतिवर्ष की भांति 'सर्वधर्म सम्मेलन' का सफल आयोजन हुआ|
इस सम्मेलन में विभिन्न धर्मों (सनातन,मुस्लिम,जैन,सिख,
ईसाई,आर्यसमाज) के विद्वान प्रतिनिधियों ने शिरकत कर अपने-अपने धर्म की शिक्षाओं और संस्कृति पर प्रकाश डाला और आपसी सामंजस्य और सहयोग की अपील की|
सम्मेलन का शुभारम्भ गुरू जम्भेश्वर भगवान की आरती और साखी से गायणाचार्यों द्वारा किया गया|
इस सम्मेलन के मुख्य अतिथि के रूप में हिसार रेंज के IG अनिल जी राव थे जिन्होंने इस कार्यक्रम के आयोजन की भूरी-भूरी प्रशंसा
की और आपसी धार्मिक और जातिगत द्वेष को त्याग कर भाईचारे का संदेश दिया|
बिश्नोई समाज के प्रतिनिधि के रूप में आचार्य स्वामी
रामानंद जी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता कर गुरू महाराज की शिक्षाओं और बिश्नोई साहित्य और संस्कृति पर प्रकाश डाला|
इस अवसर पर बिश्नोई मन्दिर हिसार के प्रधान सुभाष जी देहड़ू, बिश्नोई महासभा हिसार एवं सेवक दल शाखा हिसार के प्रधान सहदेव जी कालीराणा,अ•भा•बि•म• के मुख्य चुनाव अधिकारी रामसिंह जी कालीराणारिछपाल जी जांगु,ड़ॉ• सुरेंद्र बिश्नोई,राजाराम खिचड़, मनोहरलाल गोदारा,जगदीश सुथार, जगदीश कडवासरा सहित सैकड़ों बिश्नोई धर्म प्रेमी उपस्थित रहे|
इस सम्मेलन में विभिन्न धर्मों (सनातन,मुस्लिम,जैन,सिख,
ईसाई,आर्यसमाज) के विद्वान प्रतिनिधियों ने शिरकत कर अपने-अपने धर्म की शिक्षाओं और संस्कृति पर प्रकाश डाला और आपसी सामंजस्य और सहयोग की अपील की|
सम्मेलन का शुभारम्भ गुरू जम्भेश्वर भगवान की आरती और साखी से गायणाचार्यों द्वारा किया गया|
इस सम्मेलन के मुख्य अतिथि के रूप में हिसार रेंज के IG अनिल जी राव थे जिन्होंने इस कार्यक्रम के आयोजन की भूरी-भूरी प्रशंसा
की और आपसी धार्मिक और जातिगत द्वेष को त्याग कर भाईचारे का संदेश दिया|
बिश्नोई समाज के प्रतिनिधि के रूप में आचार्य स्वामी
रामानंद जी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता कर गुरू महाराज की शिक्षाओं और बिश्नोई साहित्य और संस्कृति पर प्रकाश डाला|
इस अवसर पर बिश्नोई मन्दिर हिसार के प्रधान सुभाष जी देहड़ू, बिश्नोई महासभा हिसार एवं सेवक दल शाखा हिसार के प्रधान सहदेव जी कालीराणा,अ•भा•बि•म• के मुख्य चुनाव अधिकारी रामसिंह जी कालीराणारिछपाल जी जांगु,ड़ॉ• सुरेंद्र बिश्नोई,राजाराम खिचड़, मनोहरलाल गोदारा,जगदीश सुथार, जगदीश कडवासरा सहित सैकड़ों बिश्नोई धर्म प्रेमी उपस्थित रहे|
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