जोधपुर। पेड़ों की रक्षार्थ शहीद हुए 363 लोगों की स्मृति में शहर से 20 किलोमीटर दूर खेजड़ली गांव में आयोजित मेले में बड़ी संख्या में उमड़े विश्नोई समाज के लोगों ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। मेले में राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, मध्यप्रदेश व दिल्ली सहित अन्य प्रदेशों से विश्नोई समाज के हजारों लोग व पर्यावरण प्रेमी शहीदों को नमन करने पहुंचे। सुबह से शाम तक यज्ञ में आहुतियां दीं।
पौधे रोपे और शहीद स्तंभ के समक्ष प्रण किया कि न पेड़ काटेंगे और न कटने देंगे। सुबह नौ बजे शहीद स्मारक पर अखिल भारतीय जीव रक्षा विश्नोई सभा व मेला कमेटी की ओर से ध्वजारोहण के साथ ही मेले का शुभारंभ हुआ। फिर शहीदों की याद में पौधरोपण किया गया। इससे पूर्व संतों के सान्निध्य में रात्रि जागरण था।
सुबह यज्ञ शुरू हुआ। संतों ने श्रद्धालुओं को पाहल देकर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प दिलाया। पूरे दिन श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला जारी रहा। सभी ने घृत, गोटा, खोपरा व हवन सामग्री से आहुतियां दीं। मेले में बड़ी संख्या में युवाओं ने रक्तदान किया। शिविर में 280 यूनिट रक्त एकत्र किया गया। मेले में साहित्य, नशा मुक्ति व चिकित्सा से संबंधित स्टॉलें भी मेले में लगाई गई थी।
किसी ने लगाए तो कोई साथ लेकर गया पौधे
मेले में वन विभाग व विश्नोई युवा संगठन की ओर से पौधे वितरित किए गए। कई श्रद्धालुओं ने शहीदों की स्मृति में मेला परिसर में ही पौधरोपण किया तो कई घर ले गए। देखते ही देखते पौधों की स्टॉल खाली हो गई।
मेले में वन विभाग व विश्नोई युवा संगठन की ओर से पौधे वितरित किए गए। कई श्रद्धालुओं ने शहीदों की स्मृति में मेला परिसर में ही पौधरोपण किया तो कई घर ले गए। देखते ही देखते पौधों की स्टॉल खाली हो गई।
हर पेड़ पर संदेश
मेला परिसर में लगा हर पेड़ बुधवार को नया संदेश दे रहा था। यहां पर्यावरण प्रेमी खम्मूराम खीचड़ व उनकी टीम ने पर्यावरण संरक्षण, पानी बचाओ व वन्यजीवों की रक्षा से संबंधित पेंटिंग व स्लोगन लिखे बैनर लगा रखे थे।
मेला परिसर में लगा हर पेड़ बुधवार को नया संदेश दे रहा था। यहां पर्यावरण प्रेमी खम्मूराम खीचड़ व उनकी टीम ने पर्यावरण संरक्षण, पानी बचाओ व वन्यजीवों की रक्षा से संबंधित पेंटिंग व स्लोगन लिखे बैनर लगा रखे थे।
शहीद परिवारों व पर्यावरण प्रेमियों को सम्मानित किया
नोखा में शिकारियों से मुठभेड़ में मारे गए कांस्टेबल उमाराम जाट व कश्मीर में शहीद नागौर के जगदीश के परिवार को सम्मानित किया। वहीं, अखिल भारतीय जीव रक्षा सभा पंजाब के प्रदेशाध्यक्ष आरडी विश्नोई व तिलवासनी के लक्ष्मण विश्नोई को वन्यजीवों की रक्षा के लिए पुरस्कृत किया गया।
नोखा में शिकारियों से मुठभेड़ में मारे गए कांस्टेबल उमाराम जाट व कश्मीर में शहीद नागौर के जगदीश के परिवार को सम्मानित किया। वहीं, अखिल भारतीय जीव रक्षा सभा पंजाब के प्रदेशाध्यक्ष आरडी विश्नोई व तिलवासनी के लक्ष्मण विश्नोई को वन्यजीवों की रक्षा के लिए पुरस्कृत किया गया।
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खेजड़ली मेला। गर्व, मान-सम्मान, प्रेरणा और संकल्प का दिन। गर्व उन पर जिन्होंने पेड़ों के लिए बलिदान दिया। प्रेरणा उन अमृता देवी से, जिन्होंने पेड़ों के लिए मर-मिटने के इस आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभाई।
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