ईद की छुट्टी के दिन बिश्नोई ने दिल्ली की सिटी मे 15 पौधे लगाये

बिश्नोई समाज का यह साधन है, पेड़ पौधों की सेवा करने के लिए

पिछली साल लगाया खेजड़ली का पोधा अभी 7 फीट लम्बा हो गया है,

नीम के 100 पौधे पोलीथिन मे डाल कर तैयार कर रहे हैं, बिश्नोई साहब
श्री आर० के० जी बिश्नोई(राजेन्द्र कुमार) अपनी कालोनी के अंदर व् बाहर फुटपाथ पर नई दिल्ली ने पोधो की छोटी नुरसरी लगाई है वहां बीज से नये नये पोधे तैयार करते हैं। आज नीम के १०० पौधे पोलीथिन मे डाल कर तैयार किये है। आज १५ पोधे ईद की छुट्टी के दिन अपनी कालोनी के सामने की रोड़ पर नीम के पोधे लगाये। खेजड़ली बलिदान दिवस पर भी आर के जी ने 40 पोधे लगाये। श्री बिश्नोई साहब पेड़ पौधों से बहुत प्यार करते हैं, रोज दो घंटे पेड़ पोधों में ही बिताते हे। जब अपने काम से छुट्टी मिली तब पेड़ पौधों के देखभाल मे लग जाते हैं, जब तक पोधा अपनी ताकत पर खड़ा नही हो सकता है। जब तक उस पोधे की बड़ी मेहनत से पानी पिलाते एवं देख रेख करते हैं। इन्होंने प्रण लिया हुआ हे कि प्रति वर्ष 365 पोधे लगाते हे व् उनकी देखभाल करते हे।
श्री आर के बिश्नोई हर अवसर पर पोधे जरूर लगाते हे व् भेंट स्वरुप पोधे देते हैं। इनका मानना हे कि आज के दौर में पेड़ों पर कुर्बान होने का मोका तो शायद ही मिले। इस लिए बिश्नोइज्म के धर्म नियम ," रुंख लीलो नहीं घावे" की पालना नए पेड़ लगाकर व् उनकी देखभाल करके ही की जा सकती हे।
श्री आर के बिश्नोई जी दूसरों को भी पेड़ लगाने के लिए प्रेरित करते रहते हैं उनकी इस अच्छी शुरुआत का काफी असर भी हुआ हे।
श्री आर० के० जी बिश्नोई को श्री गुरु जम्भेश्वर भगवान मन्दिर मेेघावा सांचोर के पेज संचालक मणडल की ओर से हार्दिक बधाई एवं तेहदील शुभकामनाएँ देते हैं, उनके वृक्ष प्रेम के जज्बे को सलाम करते हैं।

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