किसान के बेटे पत्रकार रवि बिश्नोई वह बिश्नोई समाचार कि टीम सफलता कि और

किसान के बेटे पत्रकार रवि बिश्नोई वह बिश्नोई समाचार कि टीम सफलता कि और । इस कि शुरु आत फेसबुक ग्रुप अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा नया आयाम एव बिश्नोई समाचार पेज  से शुरु आत हुई थी  जो आज इस स्तर पर पहुच चूकी  है

अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के ग्राम सभाओं के चुनाव काफी सरगर्मियों के साथ हुए है। इन चुनाव में जितना उत्साह सदस्यता अभियान में नहीं दिखा उससे कहीं अधिक उत्साह ग्रमा सभा के चुनाव के दिन देखने को मिला। इन चुनावों में ग्राम सभाओं में राजनीति में अपना अहम मुकाम रखने वाले कई नेता भी ग्राम प्रधान बनने के लिए आतुर दिखे। दिखे क्या कई बने भी है। आखिर बने क्यों नहीं ? महासभा के लिए रास्ता तो यहीं से होकर जाता है। इसका मतलब साफ है। महासभा के लिए होने वाले चुनावों में जिला सभा से दिग्गज ही चुनाव मैदान में दिखेंगे। परंतु इन ग्राम सभा के चुनावों के बाद एक बात तो तय है कि अगली बार जब भी महासभा के लिए चुनाव होगें तो रौनक कुछ और ही होगी। या फिर ये चुनाव भी राजनैतिक दलों के चुनावों की तरह खींचतान व उठापटक का मैदान बन जाए। ये तो समय ही तय करेगा। फिलहाल कई ग्राम सभाओं में निर्विरोध चुनाव हुए तो कई में चुनाव होगें। अब जिला सभा के चुनावों के बाद ये तय होगा कि महासभा के लिए कौनसा राज्य ज्यादा पॉवर के साथ महासभा में अपना स्थान बना पाता है। महासभा के लिए चुनाव की प्रक्रिया तो इस उम्मीद के साथ की गई थी कि सालों से महासभा के पदों पर जमें लोगाें को हटाया जाए। समाज के उर्जावान व कार्य करने वाले लोगों को समाज की मुख्य संस्था में जोड़ा जाए परंतु ये तो महासभा का निर्वाचन ही तय करेगा कि क्या पटकथा लिखी जाएगी। क्या ये उम्मीद की जा सकती है नई महासभा की कार्यकारिणी बिश्नोई समाज के इतिहास को स्वर्णिम बना पाएगी ?

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