श्रीराम ढाका @ धोरीमन्ना
धोरीमन्ना निकटवर्ती जम्भेश्वर मंदिर चिमङावास में संत अमरदास महाराज के
पावन सानिध्य में जम्भेश्वर सेवा समिति की ओर से सातदिवसीय विराट
जाम्भाणी हरिकथा एवं ज्ञान यज्ञ आज से शुरू हुआ समिति अध्यक्ष गंगाराम
ईशरवाल ने बताया की हरिकथा के प्रथम दिन कथा वाचक स्वामी सुदेवानंद
ज्योतिषाचार्य ने कहा की जीवन में सयम व नैतिक मूल्य के साथ ईश्वर भक्ति
से सफलता प्राप्त की जा सकती है
ही कार्य करना चाहिए संतो की तरह सयमित जीवन से अपने को ईश्वर भक्ति में
लीन कर देना चाहिए सातदिवसीय ज्ञान यज्ञ की शुरुआत 10 बजे से शोभायात्रा
के साथ हुई जिसमे समाज के नर नारियो ने बिश्नोई पहनावे के साथ भाग लिया
प्रतिदिन ४ घंटे चलने वाली कथा प्रवचन के दौरान भगवान जाम्भोजी के उपदेशो
की व्याख्या कर धर्म सुधार, नशा मुक्ति अभियान , संस्कार , नैतिक आचरण पर
विस्तार से चर्चा की जाएगी ३० अप्रेल रात्रि को स्वामी सच्चिदानंद व संत
राजूराम महाराज के सानिध्य में भजन संध्या का आयोजन होगा एवं 1 मई को
प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अवसर पर शुभवेला में स्वामी भागीरथदासजी
आचार्य जाजीवाल धोरा के परम सानिध्य में संतो के कर कमलो द्वारा भगवान
जम्भेश्वर के मंदिर के शिखर कलश व ध्वज स्थापना की जाएगी इस दौरान जीव
दया एवं नशा मुक्ति केन्द्र का शुभारम्भ किया जायेगा प्राण प्रतिष्ठा
हेतु सेवा समिति द्वारा ३० अप्रेल को बोली लगाकर कलश, ध्वजा, ज्योति व
अन्य मंगल कार्यक्रम को सम्पन्न कराया जायगा सतसंग समारोह का सीधा
प्रसारण प्रतिदिन ईश्वर चैनल समय 2 बजे से 4 बजे तक होगा
शोभायात्रा में उमड़ा जनसैलाब
सात दिवसीय विराट जाम्भाणी हरिकथा के प्रथम दिन शुक्रवार सुबह अ१ बजे
मंदिर प्रांगण से शोभायात्रा शुरू हुई जिसमे सबसे आगे कलशधारी महिलाए चल
रही थी उनके पीछे संतो के वाहनो के साथ गुलाल उड़ाते हुए समाज के युवा लोग
विभिन्न प्रकार के वाहनो पर सवार होकर चिमड़ावास से सिसावा, माणकी, आलेटी,
मेघावा, हॉलीवाव, आदि गावो से होते हुई वापिस मंदिर परिसर में पहुंची
शोभायात्रा के दौरान समाज के लोग बिश्नोई पहनावे में भगवान जाम्भोजी के
जयकारे लगा रहे थे रास्ते में जगह जगह पर ग्रामीणो द्वारा शोभायात्रा का
गुलाल उड़ाकर स्वागत किया गया
व्यक्ति को अपने नैतिक मूल्य के आधार पर
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