भीनमाल
गुरू जम्भेश्वर मंन्दिर वाड़ाभाडवी में चल रही सात दिवशीय जाभाणी सत्संग ज्ञान यज्ञ का शनिवार
स्वामी भागीरथदास शास्त्री,स्वामी रामार्चाय एंव स्वामी माधवाचार्य के पावन सानिध्य में गुरू जम्भेश्वर के जयकारों
के साथ समापन हुआ।
और गुरू जम्भेश्वर मंदिर में ज्योती के दर्शन के लिए दिन भर भीड़ लगी
रही कार्यक्रम में डॉ.समजीत सिह,भीनमाल प्रधान धुकाराम पुरोहित,पुर्व प्रधान देराम विश्रोई व चुनाराम
चौधरी अतिथि के रूप में उपस्थित थे। इस अवसर
पर स्वामी भागीरथदास शास्त्री ने मानव जीवन के आगे बढने के लिऐ अच्छे कर्म करने की
बात कहते हुऐ कहा की जो इस धरती पर मानव जन्म लेकर आया है। उसे अगर इस संसार से अपना
कल्याण करना है,तो उस मानव को जीवन में अच्छे कर्म करने पड़ेगे ओर अगर कोई मानव बुरे कर्म करेगा
और इस माया रूप संसार में पैसे को सब कुछ मानता रहेगा उस का कल्याण संभव नही है,स्वामी ने गौ सेवा की बात
कहते हुऐ कहा की जिस इंसान ने गौमाता की सेवा की है उस इंसान की सेवा ईश्वर ने की चाहे
इतियास उठा कर देख लो स्वामी ने विश्रोई समाज के हर घर्म मे गाय रखने के निर्देश दिये
और गौमाता की सेवा करने और गाय का दुध,घी खाने की बात कहते हुऐ कहा जो गाय का दुध खाना है,उसका दिमाग तेज होता है अगर
इस संसार में किसी का दिमाग तेज है,उसे आगे बढने से कोई नही रोक सकता।स्वामी रामाचार्य महाराज ने
विश्रोई समाज के युवाओं मेंं बढती नशे की आदत से समाज में हो रहे नुकसान के बारे में
बताया और कहा की नशा करने वाला इंसान राक्षस के समान होने की बात कई व हरें वक्षो,गाय की सेवा करने की बात कई। भागवत
कथा के समापन के बाद शनिवार सुबह को विशाल यज्ञ का आयोजन हुआ जिसमें विश्रोई समाज के
सैकड़ो लोगो ने यज्ञ मे आहुति दी। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में डॉ.समरजीत सिंह
ने विश्रोई समाज का आभार जताते हुऐ कहा की इस गांव से मेरा पुराना नाता है और इस गांव
में अगर किसी भी प्रकार की को आवश्यकता होगी तो मे हमेशा तत्पर रहने की बात कही। कार्यक्रम
के वरिष्ठ अतिथि भीनमान प्रधान धूकाराम पुरोहित ने सरकार की ओर से चल रही जनकल्याण
योजनाओं का लाभ लेने की बात कई ओर कहा सरकार की और से गांव के विकाश के लिऐ जो भी योजना
होगी उसे सरकार से इस गांव के विकाश के लिऐ लाने का प्रयास करनने की बात कई। पुर्व
प्रधान देराम विश्रोई ने शिक्षा और संस्कार की बात कहते हुऐ कहा की कम से कम आठवीं
तक गावं की सरकारी स्कुल में पढाने की बात कहते हुऐ कहा की अगर बच्चा गावं में पढेगा
तो घर पर रहेगा ओर माता पिता की नजरो में रहेगा घर पर होने वाली पुजा पाठ में भाग लेगा
और अच्छा संस्कारवान बनेगा नही तो शहरों में महज किताबी ज्ञान मिलेगा और आपका लडक़ा
कभी संस्कारवान नही बन सकता। विश्रोई ने बच्चो को शहरों में शिक्षा ग्रहण करने भेजते
है वहा लडक़े गलत लडक़ो के साथ मिल कर नशा,लड़ाई करने इस पर माता पिता को ध्यान देने कि बात कई
विश्रोई ने बालिका शिक्षा पर जोर दिया और कहा एक बालिका पढगे तो समाज का नाम रोशन करगी।
विश्नोई महासभा के भीनमाल अध्यक्ष रामाकिश्र विश्रोई ने समाज में बढती नशा खोरी पर
जोर दिया और मïृत्यि भोज,बाल विवाह नही करने की बात कई। इस मौके पर रामकिश्र खिलेरी,जयकरण खिलेरी पुनमाराम खिलेरी,
प्रकाश विश्रोई सरपंच
पुनासा,लाधुराम
सियाक,गणपत
ढाका,गोपीचन्द
खिलेरी,रूगनाथराम
विश्रोई,सुबाष
विश्रोई,बाबुलाल
विश्रोई,भागीरथराम
विश्रोई,भाखराराम
खिलेरी,भुराराम
सियाक,जालाराम
खिलेरी,बाबुलाल
डारा,हरदानराम
सियाक,पुर्व
सरपंच ठाकराराम जाणी,भोमाराम साहु विश्रोई युवा संगठन के जिला अध्यक्ष श्याम खिलेरी सहीत बड़ी संख्या
मे जिलेभर से विश्रोई समाज के लोगो ने भाग लिया।
पाहल का आयोजन हुआ
गुरू जम्भेश्वर मंदिर पर शनिवार को पाहाल का आयोजन हुआ पाहाल स्वामी भागीरथदास
शास्त्री की और से १२० शबदों के पाठ से बनाया गया। पाहल के बाद महा आरती का आयोजन हुआ
समाज के सभी वर्ग के लोगो ने महाआरती में भाग लिया। आरती के बाद विश्रोई समाज के सभी
लागो ने पाहल ग्रहण कर प्रसाद लिया।
जागरण में देर रात तक झुमें श्रौता
इससे पुर्व शुक्रवार रात्री को विशाल जागरण का आयोजन हुआ जिस में भजन कलाकार चैनप्रकाश,प्रमोद विश्रोई,सोमराज व भाव प्रकाश ने भजन
अजब रंगिलो म्हारो श्याम......मन विष्णु विष्णु रट रे तेरा संकट जायेगा कट रे.....सुण
म्हारी लाडली ए कर बाई जाभोजी ने याद......सोवन हंसा बोल तेरा किया लगता है मोल......जैसे
अनेक गरू महाराज के देर रात तक भजन सुनाऐं।
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