मोकलसर. सिवाना उपखंड क्षेत्र के फूलण गांव में जंभेश्वर भगवान मंदिर में
जाभांणी हरिकथा के समापन पर मेले
का आयोजन हुआ। मेला कार्यक्रम में जाजीवाल
धोरों के संत शिरोमणि भागीरथदास आचार्य, विश्नोई
धर्मशाला जोधपुर के संस्थापक रामेश्वरदास, कथावाचक
बलदेवानंद शास्त्री महंत कानदास का सानिध्य
प्राप्त हुआ। मेले में क्षेत्र के आसपास के गांवों सहित
सांचोर, धोरीमन्ना, गुड़ामालाणी, पादरु,
कुड़ी, सिलोर से विश्नोई समाज के लोगों ने भाग
लिया। इससे पूर्व प्रात:काल भगवान
जांभोजी की शब्द
वाणी के साथ हवन यज्ञ किया गया। भक्तों ने
हवन कुंड में घी और नारियल
की आहुतियां दी गई। साथ
ही जंभेश्वर भगवान के जयकारे लगाकर
पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया। इस दौरान समाज के
संत
शिरोमणी स्वामी भागीरथ
आचार्य कथावाचक स्वामी बलदेवानंद
शास्त्री ने समाज में नशा त्यागने
जांभाजी के 29 नियमों को कड़ाई से पालन करने
का आह्वान किया। साथ
ही जीवों पेड़ों की रक्
36 कौम के युवा लोगों को साथ चलने का आह्वान किया।
उन्होंने समाज के विकास,
शिक्षा आपसी भाईचारा पर बल दिया। उन्होंने
धर्मसभा के माध्यम से समाज के विकास के लिए
सभी को आगे आने
की अपील की।
जनप्रतिनिधियोंने की शिरकत:
जांभाजीमहाराज के मेले में बाड़मेर-जैसलमेर
सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी सहित
जनप्रतिनिधियों ने शिरकत की। जांभेश्वर भगवान
मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना की तथा संत
शिराेमणी भागीरथदास आचार्य से
आशीर्वाद प्राप्त किया। सांसद
चौधरी ने मेले में मंदिर प्रांगण में
टीन-शेड लगाने के लिए 5 लाख रुपए
की घोषणा की। साथ
ही कल्याणपुरा-धवा परियोजना को फूलण से
जोड़कर प्रत्येक घर तक जल्द ही नल
कलेक्शन देने की घोषणा की।
इस मौके पर पूर्व जिला प्रमुख वालाराम चौधरी,
समदड़ी सरपंच बाबूलाल परिहार, सांवरड़ा पूर्व
सरपंच आमसिंह, मोकलसर पूर्व सरपंच कांतिलाल जैन,
मेली सरपंच वगताराम, सिवाना पूर्व सरपंच
रामनिवास आचार्य आदि मौजूद थे। फूलण सरपंच
सिणगारीदेवी विश्नोई मंदिर
कमेटी के अध्यक्ष हरलाल वरड़ ने
अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन पूर्व
व्याख्याता रघुनाथाराम चौधरी राखी ने
किया।
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