माधा मेले में गूंजे जंभेश्वर के जयकारे

जांभा गांव के माधा मेले में उमड़ा विश्नोई समाज, जंभ
सरोवर में लगाई डूबकी
जांभा : प्रतिवर्ष की भांति भादवा शुक्ल
पक्ष की पूर्णिमा को इस बार
भी गुरु जंभेश्वर भगवान
की तपोस्थली जांभा गांव में
मंगलवार को विशाल माधा मेला भरा गया। मेले में विश्नोई
समाज की श्रद्धा का सैलाब उमड़ पड़ा।
मंदिर में दिनभर गुरु भगवान जंभेश्वर के जयकारे गूंजते
रहे। मेला प्रांगण में आयोजित धर्मसभा में संतों समाज
के प्रबुद्धजनों ने श्रद्धालुओं को संबोधित
भी किया। श्रद्धालुओं ने जंभ सरोवर में
डुबकी लगा पुण्य भी कमाया।
मेले में शिरकत करने के लिए विश्नोई समाज के लोग
बीती रात
को ही जांबा पहुंचने शुरू हो गए थे।
दोपहर में मेला परवान पर था। बाप-
फलौदी तहसील के
अलावा जोधपुर, बीकानेर, जैसलमेर सहित
कई जिलों प्रांतों से विश्नोई समाज के सैकड़ों लोगों ने मेले में
शिरकत की। मेले की शुरुआत
गुरु जंभेश्वर भगवान के हवन पूजन से हुई। गुरु
जंभेश्वर भगवान की धोक लगाने के साथ
मंदिर के आगे हवन कुंड में विश्नोई समाज के लोगों ने
घी खोपरे की आहुतियां देकर
देश-प्रदेश में
खुशहाली समृद्धि की कामना की।
सजधज कर पहुंची महिलाओं,
बच्चों युवतियां ने मेले में लगी अस्थाई
दुकानों में
खरीदारी की।
कानून व्यवस्था सुरक्षा को लेकर पुलिस बल तैनात था।
पर्यावरण प्रेमियों की सजगता के चलते
मेला स्थल पॉलीथिन मुक्त रहा। विश्नोई नव
युवक मंडल बाप
फलौदी की ओर से मेला परिसर
पौधे रोपे गए।
मानव कल्याण के लिए विश्नोई धर्म :
धर्मसभा में मुकाम पीठाधीश्वर
रामानंद आचार्य ने कहा कि मानव मात्र के कल्याण के
लिए ही विश्नोई धर्म का परिवर्तन हुआ
है। उन्होंने गुरु जंभेश्वर भगवान के आदर्शों पर चलने
की सीख देते हुए क्षेत्र में
पर्यावरण वन्य जीव संरक्षण में हर
व्यक्ति को आगे आने
की अपील
की गई। क्षेत्रीय विधायक
पब्बाराम विश्नोई ने कहा कि शिक्षा पर प्रकाश डालते
हुए कहा कि शिक्षित समाज
ही तरक्की कर सकता है।
उन्होंने कहा कि हमें शिक्षा का महत्व
समझना होगा। शिक्षा के अभाव में समाज का विकास
संभव नहीं है। विश्नोई ने समाज के हर
कार्य में खरा उतरने का भरोसा दिलाया।

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