हिरण शिकार मामले में रामरतन बिश्नोई के नेतृत्व में धरना दिया गया

नागौर जिले की मेड़ता तहसील के ग्राम जारोड़ा बिश्नोईयान और खेड़ूली के बीच खेत में बन्दूक की गोली से हुए हिरण शिकार मामले में नामजद मुलजिम पप्पूराम पुत्र रामपाल जंगलिया निवासी खेड़ूली को  गिरफ्तारी की मांग को लेकर सोमवार सुबह श्री जम्भेश्वर पर्यावरण  एवं जीवरक्षा प्रदेश संस्था राजस्थान द्वारा प्रदेशाध्यक्ष रामरतन बिश्नोई के नेतृत्व में धरना दिया गया। रात्रि में जम्भेश्वर भगवान का जागरण रखा गया। धरने के दूसरे दिन डिप्टी रामप्रताप मेघवाल, मेड़ता थानाधिकारी नगाराम चौधरी मौके पर पंहुचे। जीवरक्षा संस्था ने पुलिस प्रशासन को सात दिन का समय दिया है।  जिसमें इस हिरण के शिकारियों और 14 अगस्त को हुए पोलास में शिकार, दो मोरों के शिकार की घटना है पादूकलां, वन्यजीव शिकार से सम्बन्धी लम्बित पड़े पांच छः मामलों के सभी मुलजिमानों को गिरफ्तार करने की मांग की है। जिस पर वृताधिकारी मेघवाल ने सात दिन के अन्दर मुलजिम गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया। मेड़ता से डाॅक्टरों की टीम बुलाई गई है। बोर्ड गठित कर दिया गया है। मौके पर ही हिरण का पोस्टमार्टम किया जाएगा। डिप्टी मेघवाल ने कहा कि अगर सात दिन में मुलजिम गिरफ्तार नहीं होते हैं तो आठवें दिन वापस धरना दे सकते हैं। धरने पर आसपास के बिश्नोई बाहुल्य क्षेत्रों से सैंकड़ों बिश्नोई पंहुच चुके हैं। सोमवार सुबह से अनवरत जारी है धरना।  वृताधिकारी के आश्वासन के बाद धरना समाप्त कर दिया गया है।

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