जोधपुर न्यूज । रामङावास
श्री गुरु जम्भेश्वर भगवान के बाद बिश्नोई धर्म
को पून: स्थापित करने वाले संत
श्री विल्होजी महाराज का भव्य मैला कल
रामङावास नाम गांव मेँ भरा जायेगा। यह धाम
जोधपुर जिले से 50 किमी पूर्व दिशा मेँ है यह
रामङावास गांव 1536 ई. मेँ रामा नामक
विश्नोई द्वारा बसाया गया था यह स्थान
धार्मिक स्थान का महत्व दिया गया है
यहाँ विश्नोई पंथ के प्रसिद्व संत
वील्होजी महाराज की तपस्या व समाधि स्थल
है। यहां वि.सं.1673 चैत्र सुदी एकादसी रविवार
दिन मेँ वील्होजी ने अपना शरीर
छोङा था यहां चैत्र सुदी एकासी एंव
भादवा की अमावस्य को वर्ष मेँ दो बार
मेला लगता है ईस मेले मेँ जोधपुर बाङमेर जालौर
भीलवाङा हिसार आदि जिलो से बिश्नोईजन
इस मेले मेँ भाग लेने आते ह
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