
बिश्नोई मन्दिर मंड़ी आदमपुर के पवित्र प्रांगण में शनिवार से प्रारंभ हुई साप्ताहिक जाम्भाणी हरिकथा ज्ञान यज्ञ के कथावाचक एंव बिश्नोई धर्म प्रचारक संत आचार्य ड़ा• गोवर्धनराम जी'शिक्षा शास्री'बिश्नोई धर्मशाला मंड़ी आदमपुर में विभिन्न समाचार पत्रों के प्रतिनिधीयों को बिश्नोई धर्म के संस्थापक गुरू जम्भेश्वर भगवान की दी गई शिक्षाओं और 29 नियमों पर धर्म चर्चा करते हुए।धर्म चर्चा के दौरान आचार्य जी ने सभी पत्रकारों को 29 नियमों से अवगत करवाया और कहा की गुरू जाम्भोजी देवता नहीं साक्षात परमेश्वर हैं।गुरू जाम्भोजी मात्र 550 वर्षों से नहीं अपितु सतगुय-त्रेतायुग काल से अवतरीत हैं।वो साक्षात भगवान विष्णु का अवतार हैं।उन्होने कहा की भारत सरकार ने तो बीते कुछ वर्षों में ही नशे पर रोक लगाने का प्रयास किया हैं परन्तु गुरू जाम्भोजी ने तो लगभग 550 वर्ष पूर्व ही मानव जाति को नशा छोडने और वृक्षारोपण कर पर्यावरण रक्षा करने का उपदेश दिया था।
बिश्नोई धर्म चर्चा पर लगभग एक घंटा के संवाद के बाद सभी पत्रकारों ने कहा की ऐसे संतो की हर समाज को जरूरत हैं।उन्होने कहा की ऐसे संत से मिलकर हमारा मन तृप्त हो गया,हम ऐसे संत को और ऐसे विलक्षणी मानवहितकारी समाज की शिक्षाओं को नमन करते हैं।पत्रकारों ने बताया की काफी वर्षो से हमारे मन में श्री गुरू जाम्भोजी और बिश्नोई समाज को गहराई से जानने की तमन्ना थी जो आज पूरी हुई हैं। इस मौके पर प्रैस कल्ब के प्रधान व दैनिक भास्कर के संवादाता श्री अमित गोयल,आदमपुर टाइम्स से श्री विनोद खन्ना,अमर-उजाला व आदमपुर की आवाज से श्री पवन जैन,पल-पल, हरिभूमि,गंगापुत्रा टाइम्स,जगत क्रान्ति वअन्य अखबारो के संवादाताओ ने इस धार्मिक प्रेस वार्ता में भाग लिया।बिश्नोई मन्दिर के प्रधान श्री बुलसिंह बैनिवाल जी,श्री राजा राम जी खिचड़ और संजय बागड़वा आदि भी प्रेस वार्ता में उपस्थित रहे। नोट : अधिक गर्मी के कारण आज से कथा का समय सुबह दस से दोपहर एक बजे कर दिया गया हैं।
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