होनहार युवा डाँ . रविशंकर विश्नोई की सङक दुर्घटना मेँ मौत

चीन में अपने व देश का नाम यूनिवर्सिटी के बोर्ड पर अंकित कर इतिहास बनाने वाले नागौर जिले के निवासी एक युवा डाक्टर की रविवार रात अज्ञात वाहन की टक्कर से मौत हो गई। वह अपने रिश्तेदारों से मिल कर बाइक पर अपने गांव लौट रहा था कि नागौर-अजमेर रोड पर सिंधलास फांटे के पास किसी अज्ञात वाहन ने उसकी बाइक को टक्कर मार दी। डाक्टर ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। थानाधिकारी विजेंद्र गिल ने बताया कि सिंधलास निवासी और तांतवास राजकीय चिकित्सालय में चिकित्सक के पद पर कार्यरत रविशंकर पुत्र मनीराम बिश्नोई रविवार रात बुटाटी मालो की ढाणी से अपने रिश्तेदारों से मिल कर सिंधलास जा रहा था कि सिंधलास फांटे के करीब किसी वाहन ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। वे नीचे गिर गए और मौके पर ही उनकी मौत हो गई। सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंच शव कब्जे में लिया और सोमवार को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपा। चीन में नेशनल स्कॉलरशिप मिलने के बाद रविशंकर ने एमबीबीएस की डिग्री चीन से की थी। इस दौरान वहां की यूनिवर्सिटी में भारतीय मूल का पहला छात्र संघ अध्यक्ष बनने का सौभाग्य भी रविशंकर को मिला। करीब 27 साल के रविशंकर की एमबीबीएस करने बाद पिछले साल सितंबर में ही डाक्टर के पद नियुक्ति हुई थी। रविशंकर खींवसर तहसील के तांतवास गांव के राजकीय अस्पताल में सेवाएं दे रहा था। उसकी प|ी सोनू बिश्नोई नागौर के महिला थाने में कांस्टेबल के पद पर है। अचानक हुई दुर्घटना ने उनके परिवार पर कहर बरपा दिया है।

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