Bishnoi Samachar
नोखा
मुक्ति धाम मुकाम में शनिवार को फाल्गुन मेला लगा। मेले में दिनभर श्रद्धालुओं का आवागमन लगा रहा। श्रद्धालुओं ने जांभोजी के धोक लगाकर हवन में घी-खोपरों की आहुतियां दी। मंदिर के मुख्य पुजारी स्वामी कल्याणदास महाराज के सान्निध्य में शबदवाणी का वाचन कर मंत्रोच्चार के साथ पाहल बनाया गया। श्रद्धालुओं ने पाहल ग्रहण कर अज्ञानवश हुए पाप का प्रायश्चित किया तथा धर्म नियमों का दृढ़ता से पालन करने का संकल्प लिया। अखिल भारतीय जंभेश्वर सेवकदल व महासभा के कार्यकर्ता व्यवस्थाओं में लगे रहे। समराथल धोरे पर भी दिनभर चहल पहल रही। श्रद्धालुओं ने तालाब से मिट्टी निकाली व गोशाला में दान किया। लालासर साथरी, पींपासर आदि स्थानों पर भी मेला लगा।
जम्भेश्वर मंदिर प्रांगण में शनिवार को फाल्गुन की अमावस्या मनाई गई। बिश्नोई समाज के लोगों ने हवन कुंड में घी-खोपरों की आहुतियां दी। इस अवसर पर समाज की बैठक भी रखी गई जिसकी अध्यक्षता लूंबाराम खिचड़ ने की। खिचड़ ने कहा कि समाज में फैली कुरीतियों पर चर्चा कर इसे मिटाने के लिए समाज को जागरूक करने का आह्वान किया। बैठक में लाजपत थोरी, रामधन बिश्नोई, सुखराम खोखर, किशनाराम, हंसराज खिलेरी आदि ने विचार रखे।
पांचू संवाददाता के अनुसार नाथूसर स्थित बगराला धोरा में अमावस्या पर गुरु जम्भेश्वर का मेला भरा। पांचू की श्रीकृष्ण गोशाला व वीर तेजा गोशाला में सुबह से ही श्रदालुओं द्वारा गायों को गुड़ व चारा दिया गया।
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