Bishnoi Samachar नोखा
धर्म की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहने वाले मनुष्य का जीवन ही सार्थक होता है अन्यथा परिवर्तनशील संसार में जन्म मरण का चक्र चलता रहता है। हमें शहीद शैतानराम से प्रेरणा लेकर धर्म का दृढ़ता से पालन करने का संकल्प लेना चाहिए। हमारे राष्ट्र की पहचान धर्म व सांस्कृतिक विरासत से ही है। ये विचार शनिवार को मुकाम में अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के खुले अधिवेशन में हिरन रक्षार्थ शहीद हुए शैतानराम भादू की स्मृति में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में हिसार सांसद कुलदीप बिश्नोई ने व्यक्त किए।
राजस्थान विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर लाल डूडी ने कहा कि अपने बालकों के साथ बालिकाओं को भी शिक्षित करना चाहिए। समाज हित के कार्य तत्परता से करने चाहिए। गुड़ामलानी विधायक लाधूराम बिश्नोई ने कहा कि उच्च शिक्षा में हमारा समाज आज भी पिछड़ा हुआ है इसके लिए हमें प्रयास करने चाहिए। फलौदी विधायक पब्बाराम बिश्नोई ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा शहीद शैतानसिंह बिश्नोई को शहीद का दर्जा देने के लिए केंद्र सरकार से अभिशंषा की गई है।
बिहारीलाल बिश्नोई ने आगामी लोकसभा चुनाव में राजग ((एनडीए)) के घोषणा पत्र में वन्य जीव सुरक्षा अधिनियम 1972 में शिकार पर रोक के लिए मजबूत प्रावधान करने, 1972 के बाद शहीद वृक्ष व हिरन शहीदों के परिजनों को राजकीय नौकरी देने सहित अन्य धर्म रक्षार्थ मुद्दे शामिल करने की मांग रखी। राज्य सरकार द्वारा वृक्ष काटने पर जुर्माना पांच सौ रुपए के स्थान पर वापस 25 हजार रुपए करवाने के लिए सरकार के प्रतिनिधियों से मांग की गई।
पूर्व सांसद जसवंतसिंह, सांचौर विधायक सुखराम बिश्नोई, रूपेशा बिश्नोई, साहबराम बिश्नोई, कोलायत विधायक भंवरसिंह भाटी, कांग्रेस पार्टी के लोकसभा प्रत्याशी शंकर पन्नू, प्रधान शारदा बिश्नोई, सहीराम बिश्नोई आदि ने समाज में बालिका शिक्षा, संस्कार, धर्म की प्रगति के लिए मिलजुलकर प्रयास करने की आवश्यकता बताई।
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