धोरीमन्ना !
दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय
संबंध की स्कूलों में से एक फ्लेचर स्कूल ऑफ डिप्लोमेसी में बाड़मेर जिले
के धोरी
मन्ना निवासी कृष्ण कुमार विश्नोई (20) वर्ष की उम्र में चयन हुआ
है।विश्नोई ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई धोरीमन्ना में की थी, फ्रांस सरकार
इन्हें 16 लाख रुपए की छात्रवृत्ति देगी। विश्नोई वर्तमान में पेरिस में
अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा में स्नातकोत्तर कर रहे हैं। कृष्ण के पिता
सुजानाराम एक किसान हैं और उनकी माता गंगा देवी गृहिणी हैं। बचपन से ही
कृष्ण होनहार छात्र रहा हैं। उन्होंने कक्षा आठवीं में 95.11 प्रतिशत के
साथ बाड़मेर में शीर्ष स्थान प्राप्त किया था। बाद में सीकर की प्रिंस
स्कूल में निशुल्क 10वीं तक अध्ययन किया, 11वीं के लिए जब जोधपुर आए तो
निजी स्कूलों ने यह कह के एडमिशन नहीं दिया कि वे हिंदी माध्यम के छात्र
हैं। जब जोधपुर की अंग्रेजी माध्यम की स्कूलों में एडमिशन नहीं मिला तो वे
केंद्रीय विद्यालय वायुसेना में पढ़े और राष्ट्रीय स्तर की कई
प्रतियोगिताओं में भाग लिया। राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित युवा संसद में
विश्नोई ने देशभर में दूसरा स्थान प्राप्त किया था, बाद में इन्होंने देश
के शीर्ष कॉलेज सेंट स्टीफेंस में अध्ययन किया जहां राहुल गांधी, कपिल
सिब्बल, सलमान खुर्शीद जैसे नेता पढ़ चुके हैं। बाद में 19 साल की उम्र में
पेरिस स्कूल ऑफ इंटरनेशनल अफेयर्स में चयनित होने वाले सबसे युवा भारतीय
बने और फ्रांस सरकार ने 13 लाख रुपए की छात्रवृत्ति भी दी।
फ्लेचर कोर्स की खासियत
वहां पढऩे वाले छात्रों की औसत आयु 27 साल है, दुनिया भर के 100 से ज्यादा देशों के छात्र कूटनीति एवं अंतरराष्ट्रीय संबंध पढऩे के लिए आते हैं। कृष्ण कूटनीति एवं सुरक्षा संबंधी अध्ययन करेंगे। भविष्य में आकर देश की विदेश नीति बनाने में सहयोग देना चाहते हैं।
फ्लेचर कोर्स की खासियत
वहां पढऩे वाले छात्रों की औसत आयु 27 साल है, दुनिया भर के 100 से ज्यादा देशों के छात्र कूटनीति एवं अंतरराष्ट्रीय संबंध पढऩे के लिए आते हैं। कृष्ण कूटनीति एवं सुरक्षा संबंधी अध्ययन करेंगे। भविष्य में आकर देश की विदेश नीति बनाने में सहयोग देना चाहते हैं।
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