सूरतगढ़ : सरकारी अस्पताल में लगे खेजड़ी के
वृक्ष को बिना मंजूरी के काटने पर शनिवार को श्री जम्भेश्वर पर्यावरण एवं
जीव रक्षा संस्था के लोग आक्रोशित हो गए। संस्था के लोगों ने दोषियों के
खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर अस्पताल के गेट पर धरना-प्रदर्शन शुरू कर
दिया। अस्पताल प्रशासन के खिलाफ धरने व नारेबाजी के चलते प्रभारी शंकरलाल
शर्मा ने प्रदर्शनकारियों से बात करने की बजाय प्रशासन और पुलिस को इसकी
सूचना दी। सीआई रणवीर सांई जाब्ते के साथ अस्पताल
पहुंचे और प्रभारी से जानकारी ली। इसके बाद प्रदर्शनकारियों को वार्ता के
लिए बुलाया। संस्था तहसील अध्यक्ष विजय गोदारा, ग्रामीण इकाई अध्यक्ष
महेंद्र तरड़, अमित कड़वासरा, कालूराम बिश्नोई व हंसराज स्वामी सहित अन्य
ने अस्पताल प्रशासन की मिलीभगत से खेजड़ी के हरे वृक्ष को काटने का आरोप
लगाया। सदस्यों ने कहा कि जब तक राष्ट्रीय वृक्ष खेजड़ी को काटने वालों के
खिलाफ कार्रवाई नहीं होती, वे धरना-प्रदर्शन समाप्त नहीं करेंगे। सदस्यों
ने सीआई व प्रभारी को काटे गए खेजड़ी के हरे वृक्ष भी दिखाए। इस पर प्रभारी
शर्मा ने कहा कि जिस स्थान से वृक्ष काटा गया है, वह सीमा बीसीएमओ
कार्यालय के अधीन है। दस-पंद्रह मिनट तक प्रभारी के साथ बहस के बाद बीसीएमओ
मनोज अग्रवाल को बुलाया गया और वार्ता की गई। बीसीएमओ ने तर्क दिया कि
पेड़ उनकी अनुमति के बिना अस्पताल परिसर में बने सुलभ कॉम्पलेक्स संचालक ने
काटा है जबकि संचालक ने सदस्यों को बताया कि उसको डॉक्टर ने वृक्ष काटने
को कहा था। सीआई ने आक्रोशित संस्था सदस्यों को आश्वस्त करते हुए कहा कि
पुलिस मामले की जांच करेगी। यदि जांच में संचालक या फिर अस्पताल प्रशासन
दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद संस्था के
लोगों ने धरना-प्रदर्शन समाप्त किया। मौके पर सुभाष खीचड़, शक्तिसिंह भाटी,
राधेश्याम उपाध्याय, विनोद सारस्वत और धन्नाराम स्वामी आदि मौजूद थे।
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