हिसार के मोहब्बतपुर गांव में मंगलवार को श्री कृष्ण कन्हैया गौशाला के गोदाम का उद्घाटन करते हजकां सुप्रीमो कुलदीप बिश्नोई। -
हिसार,
गोरखपुर में परमाणु बिजली उत्पादन संयंत्र के शिलान्यास के दिन को काले
दिन के रूप में जाना जायेगा। क्योंकि परमाणु ऊर्जा से संचालित बिजली
उत्पादन संयंत्र मानवता के लिये खतरा है। यह बात हजकां सुप्रीमो कुलदीप
बिश्नोई ने मंगलवार को हिसार जिले के विभिन्न स्थानों
पर पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुये कही। उन्होंने कहा कि किसी
भी हादसे की स्थिति में मनुष्यों के अलावा जीव-जंतुओं को भारी नुकसान
पहुंचेगा। दुनिया के विकसित देश भी बिजली उत्पादन के परमाणु विकल्प को
त्यागकर अन्य संसाधनों को अपना रहे हैं। सत्ता में आने पर इस परमाणु
संयंत्र को हटाया जाएगा। हिसार में आयोजित एक कार्यक्रम में स्वर्णकार संघ
के प्रधान रामनिवास सोनी ने अपने समर्थकों सहित कांग्रेस छोड़कर हजकां में
शामिल होने की घोषणा की। इस दौरान उन्होंने गांव ढाणी मोहब्बतपुर में
गौशाला के कार्यक्रम में भी शिरकत की। उन्होंने कहा कि सरकार दावा करती है
कि जमीन अधिग्रहण होने से किसानों में खुशहाली आई है। जमीन बेचने से नहीं
बल्कि वास्तविक खुशहाली तो किसानों की लहलहाती फसलों से आती है। उन्होंने
कहा कि सरकार सिंचाई के लिए पर्याप्त बिजली-पानी मुहैया करवाकर और अच्छी
गुणवत्ता के खाद-बीज प्रदान करें। सत्ता के बल पर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली
से तीन ओर सटे हरियाणा के किसानों की बेशकीमती उपजाऊ जमीन को छीना जा रहा
है।
कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि हजकां-भाजपा के सत्ता में आने पर भय, भ्रष्टाचार व भेदभाव को जड़ से समाप्त किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नौकरियों से लेकर टेंडर सिस्टम तक तमाम प्रशासनिक कार्यों में पारदर्शिता लाई जाएगी। इस अवसर पर उनके साथ जिलाध्यक्ष रणधीर पनिहार, भाजपा नेता जोगीराम सिहाग, द्वारका प्रसाद, संजय गौतम, मानसिंह चेयरमैन, सुभाष टाक, बलदेव खोखर, गुलजार काहलों, रामनिवास राड़ा, गौतम सरदाना आदि मौजूद थे।
कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि हजकां-भाजपा के सत्ता में आने पर भय, भ्रष्टाचार व भेदभाव को जड़ से समाप्त किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नौकरियों से लेकर टेंडर सिस्टम तक तमाम प्रशासनिक कार्यों में पारदर्शिता लाई जाएगी। इस अवसर पर उनके साथ जिलाध्यक्ष रणधीर पनिहार, भाजपा नेता जोगीराम सिहाग, द्वारका प्रसाद, संजय गौतम, मानसिंह चेयरमैन, सुभाष टाक, बलदेव खोखर, गुलजार काहलों, रामनिवास राड़ा, गौतम सरदाना आदि मौजूद थे।
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